Friday, January 4, 2013

A Wonderful Lyric...

Published by Rahul Gupta for Prayag International's Anubhooti.


This is to you all who have the art of appreciating good lyric....from 'Sada Adda'..


दिल  तो  कुछ  कुछ सरफिरा  है..
दिल के दिल में क्या छुपा है, ये तो  बस दिल को पता है..
धडकनों पर किसका पहराकौन  कब क्यों दिल  में ठहरा..
दिल के दिल में क्या छुपा है, ये तो  बस दिल को पता है..
क्या  अजब  इस  दिल  की  अदा  है..
सरफिरा  है, सरफिरा  हैदिल  तो  कुछ  कुछ सरफिरा  है..
ख्वाहिशों  से  आंख  मिचौली  खेलता है दिल  हमेशा
कशमकश  की  बंदिशें  भी  झेलता  है  दिल  हमेशा..
चेहरे  पर इश्तिहार  लगा  कर  घूमता  है  हसरतों  की  नुमाईश  करके झूमता है..
सरफिरा  है, सरफिरा  हैदिल  तो  कुछ  कुछ सरफिरा  है..
ये  समझ  पाया कोई  करता है  दिल  क्यों  नादानी,
 दिल के लाखों  हिस्से  हैं  और  दिल  की  लाखों है  कहानी..
ये  दिल  जो  अटका  जो  अटक  ही  जाता  है
तड़पता  है  फिर  भी खामोश रहता  है  दिल  तो  कुछ  कुछ सरफिरा  है..
सरफिरा  है, सरफिरा  हैदिल  तो  कुछ  कुछ सरफिरा  है..

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